तलवे चाटना: एक अद्भुत कला या खेल व्यवस्था पर कलंक

"तलवे चाटना: एक अद्भुत कला या खेल व्यवस्था पर कलंक?"
✍️ लेखक अज्ञात

भारत में खेलों की दुनिया दिन-ब-दिन आगे बढ़ रही है। एथलीट्स अंतरराष्ट्रीय पदक ला रहे हैं, देश का नाम रोशन कर रहे हैं, लेकिन इसके पीछे एक ऐसा काला सच छिपा है, जिस पर आज भी चर्चा करना एक ‘जोखिम’ जैसा लगता है।

हम बात कर रहे हैं – ‘तलवे चाटने’ की संस्कृति की, जिसे आप चाहें तो "Yes Man स्पोर्ट्स स्किल" कह सकते हैं।


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🎭 तलवे चाटना: एक कला, एक रणनीति, एक अनकहा सत्य

यह कहना गलत नहीं होगा कि आजकल कई जगहों पर खेल कौशल से ज़्यादा संबंध कौशल मायने रखने लगा है।

मैदान में कड़ी मेहनत करने वाले खिलाड़ियों को किनारे किया जाता है।

जबकि 'सर, नमस्ते' और 'सब बढ़िया है सर' कहने वाले चेहरों को मंच, मीडिया और मैडल मिल जाते हैं।

एक नया वर्ग बन गया है, जो खेल का अभ्यास नहीं करता, बल्कि "संबंधों की गर्मी" से पसीना बहाता है।


इसे देखकर ऐसा लगता है कि जैसे ‘तलवे चाटना’ एक अनौपचारिक खेल इवेंट है—जिसका अभी तक बस मंत्रालय की सूची में नाम नहीं जुड़ा।


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📉 खिलाड़ियों की असली चुनौती: विरोध नहीं, चुप रहना सीखना

जब एक युवा खिलाड़ी अपनी सच्चाई और मेहनत के साथ सिस्टम से टकराता है, तो उसे असहज सवालों का सामना करना पड़ता है:

"तुम्हारे कोच ने सिफारिश क्यों नहीं की?"

"तुमने कभी XYZ फाउंडेशन के इवेंट में हिस्सा नहीं लिया?"

"किस नेता/संस्था से तुम्हारा जुड़ाव है?"


यानी मेहनत की बजाय नेटवर्किंग एक स्कोर कार्ड बन चुकी है।


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❓ क्या मंत्रालय इसे 'नई प्रतिभा' मानेगा?

जब खेल नीति में जमीनी खिलाड़ियों की आवाज़ नहीं होती, तो 'Yes Men' ही मुख्यधारा बन जाते हैं। ऐसे में सवाल उठता है —
"क्या खेल मंत्रालय इस अद्भुत कला को कभी ‘इवेंट’ का दर्जा देगा?"

क्या पदक लाने वाले उन खिलाड़ियों की कोई सुनवाई होगी जो सिस्टम से टकरा रहे हैं?

क्या हम ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहित करेंगे जो असली टैलेंट को बाहर लाएं, न कि 'हां में हां' मिलाने वालों को?



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🔚 निष्कर्ष: ये व्यंग्य नहीं, एक यथार्थ है

आप इसे व्यंग्य मान सकते हैं, लेकिन सच ये है कि आज खेलों की दुनिया में ‘तलवे चाटने’ की संस्कृति को पहचानने, उजागर करने और खत्म करने की ज़रूरत है।

खेल सिर्फ शरीर का नहीं, चरित्र का भी निर्माण करते हैं।
और जहाँ चरित्र गिरवी रखा जाता है, वहाँ स्वाभिमान नहीं – बस “Yes Man” पैदा होते हैं।

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#YesManCulture  
#खेल_न्याय_चाहिए  
#TalentVsTale  
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#खेल_में_सच्चाई  
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